देश भक्ति हिंदी शायरी | Desh Bhakati Hindi Shayri

देश भक्ति हिंदी शायरी | Desh Bhakati Hindi Shayri

In : National By storytimes About :-6 years ago
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देश भक्ति हिंदी शायरी | Desh Bhakati Hindi Shayri

#. 1

न पुछो ज़माने को, क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है,
की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं ……!!!

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#. 2

शहीदों के मजारों पर जुड़ेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

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#. 3 

भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,
जख्मो से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,
भारत का वीर जवान हूँ मैं.

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#. 4 

मन को खुद ही मगन कर लो,
कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो.


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#. 5

जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खून से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..


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#. 6

चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए,
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए,


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#. 7

तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं.


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#. 8

तिरंगे ने मायूस होकर “सरकार” से पूछा कि ये क्या हो रहा हैं,
मेरा लहराने में कम और कफन में ज्यादा इस्तेमाल हो रहा हैं.


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#. 9

सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ !
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ !!


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#. 10

कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !
हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!


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#. 11

इस वतन के रखवाले हैं हम
शेर ए जिगर वाले हैं हम
मौत से हम नहीं डरते
मौत को बाँहों में पाले हैं हम


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#. 12

आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं.


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#. 13

अनेकता में एकता ही इस देश की शान हैं,
इसलिए मेरा भारत देश महान हैं.

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#. 14

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
क्या लोग थे वो अभिमानी
है धन्य वो उनकी जवानी

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#. 15

अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं

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