Advertisement :
भारत के लिए हुई समस्या खड़ी, ईरान ने की भारत की आलोचना...

Advertisement :
सामरिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह में वादे के मुताबिक निवेश नहीं करने पर भारत की आलोचना करते हुए ईरान ने कहा कि यदि भारत ईरान से तेल का आयात कम करता है तो उसे मिलने वाले विशेष लाभ खत्म हो सकते हैं. ईरान के उप राजदूत और चार्ज डि अफेयर्स मसूद रजवानियन रहागी ने कहा कि यदि भारत अन्य देशों की तरह ईरान से तेल आयात कम कर सऊदी अरब, रूस, इराक और अमेरिका से आयात करता है तो उसे मिलने वाले विशेष लाभ (profit) को ईरान खत्म कर देगा.
India In Problem
भारत के लिए हुई समस्या खड़ी
via - khabarban.com
उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चाबहार पोर्ट और उससे जुड़ी Projects के लिए किए गए निवेश के वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं. यदि चाबहार बंदरगाह में उसका सहयोग और भागीदारी सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है तो भारत को इस संबंध में तुरंत जरूरी कदम उठाने चाहिए.
चाबहार पोर्ट पर निवेश को लेकर ईरान ने कहा
ईरान ने मंगलवार को चाबहार पोर्ट पर निवेश के वादों को पूरा न करने की वजह से भारत की आलोचना की है। ईरान ने साफ कर दिया है कि अगर भारत का रवैया ऐसा ही रहा और उसने ईरान से तेल आयात करना बंद किया तो फिर भारत इस पोर्ट को गंवा सकता है। भारत में ईरान के डिप्टी-एंबेसडर और घरेलू मामलों के इंचार्ज मसूद रेजावानियान राहघी की ओर से इस बाबत एक अहम बयान दिया गया है। आपको बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका ने भारत समेत चीन और उन तमाम countires को अल्टीमेट दिया था और कहा था कि अगर चार नवंबर तक उन्होंने ईरान से तेल लेना बंद करना होगा।
क्या कहा राहघी ने...
via - kashmirreader.com
राहघी ने कहा ईरान, भारत को मिलने वाले तमाम सुविधाओं को खत्म कर देगा अगर भारत ने ईरान की जगह सऊदी अरब, रूस, इराक, अमेरिका जैसे दूसरे देशों से तेल लेना शुरू किया। राहघी ने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि चाबहार पोर्ट के विस्तार के लिए जिस भारतीय निवेश का वादा किया गया था और इससे दूसरे हिस्सों से जोड़ने के लिए जिन प्रोजेक्ट्स की बात की गई थी, उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। उम्मीद है कि भारत इस दिशा में जरूरी कदम उठाएगा अगर इस पोर्ट पर उसका सहयोग रणनीतिक है। राहघी ने यह बात एक सेमिनार के दौरान कही।
Advertisement :
राहघी ने बताया ईरान को भारत का ऊर्जा स्रोत
via - inkhabar.com
अमेरिका की ओर से ईरान से होने वाले तेल के आयात पर लगाई गई पाबंदी पर राहघी ने कहा कि उनका देश हमेशा से भारत के लिए ऊर्जा का भरोसेमंद साथी रहा है। ईरान ने हमेशा से ही तेल के उचित दाम की नीति का पालन किया है ताकि दोनों देशों में तेल के उपभोक्ताओं और सप्लायर्स का फायदा होता रहे। उन्होंने कहा कि अगर इंडिया, ईरान की जगह सऊदी अरब, इराक और अमेरिका जैसे देशों (countries) से तेल लेना चाहता है तो फिर उसे ऊंचो दाम पर तेल लेने को मजबूर होना पड़ेगा। इससे भारत को ईरान की तरफ से मिलने वाले खास फायदे बंद हो जाएंगे। ईरान ने भारत को अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के बीच 18.4 मिलियन टन कच्चा तेल सप्लाई किया था।
ईरान में सबसे बड़ा पोर्ट जो
चाबहार पोर्ट को भारत के लिए ईरान और अफगानिस्तान के अलावा सेंट्रल एशिया के देशों में व्यापार के लिए सुनहरा मौका माना जा रहा है। खासतौर पर तब जब पाकिस्तान, भारत को अपने यहां से गुजरने वाले रास्ते को देने से इनकार कर रहा है। मई 2016 में भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच एक समझौता हुआ जिसके तहत तीन देशों से होकर गुजरने वाले चाबहार पोर्ट को Transport के लिए प्रयोग किया जा सकता था। यह ईरान में सबसे बड़ा पोर्ट है जो समुद्र के रास्ते होने वाले व्यापार में फायदेमंद साबित होगा।
भारत के लिए हुई समस्या खड़ी, ईरान ने की भारत की आलोचना...