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अवैध हुक्काबारों में नशे का कारोबार, बेशर्म और गुमराह हो रहे युवा
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अवैध हुक्काबारों में नशे का कारोबार, बेशर्म और गुमराह हो रहे युवा
समाज का माहौल काफी बदल रहा है और ऐसे में माता-पिता तथा परिवार के बाकि लोगों को भी अपने बच्चों पर नजर रखने का समय नहीं मिल पाता. लेकिन फिर भी उन्हें अपने बच्चों की समय-समय पर जानकारी जुटाने का प्रयास करना चाहिए. खासतौर पर उस अवस्था में जब वो जल्दी बहक जाते है. इस समय शहरों में ऐसे ही मामले देखने को मिल रहे है, जहां पैसों की भूख ने लोगों को इस कदर लाचार कर दिया है कि वो बिना सोचे समझे युवाओं को इस दलदल में धकेल रहे है.
बुधवार को कुछ ऐसा ही नजारा सामने आया. जिसमें, बिना लाइसेंस के कई अवैध हुक्का बार चल रहे है और इनमे कई लड़के-लड़कियां नशे में धुत पाए गए. उनमें कई तो अपने होशो हवास पूरी तरह खो चुके थे. शनिश्चरजी का थान (सरदारपुरा)जाने वाली रोड पर एक नर्सिंग कॉलेज की छत पर झोपड़ीनुमा ढांचे में शामियाना नाम की जगह पर हुक्का बार चल रहा था. वहां कुछ लड़के-लड़कियां एक-दूसरे की बाहों में बाहें डाल हुक्का पी रहे थे. जब पत्रकारों ने यहां फोटो लेनी चाही तो हुक्का बार के एक गार्ड ने फोटो जर्नलिस्ट को पकड़ा. इतने में सरदारपुरा पुलिस की टीम आ गई और लड़के-लड़कियां जमीन की तरफ मुँह फेरकर चेहरा छुपाने की कोशिश करने की. इनमें दो लड़कियों को अट्ठारह साल से कम उम्र की होने के कारण समझा कर छोड़ दिया गया.
पुलिस आई, तो संचालक ने दरवाजा बंद कर लड़कियों को पास के कमरे में बिठा दिया. गर्ल्स के पास आईडी प्रूफ नहीं था. संचालक ने टीम को फूड लाइसेंस दिखाया और हुक्का बार चलाने की बात कही. लोगों का कहना है कि इन मामलों की कोई सुनवाई नहीं होने से वो ऐसे माहौल से काफी परेशान होते हैं.यहां के लोगों का कहना है कि जहां बीड़ी-सिगरेट तक नहीं बिकती, वहां भावी पीढ़ी को धुएं के छल्ले उड़ाते और बीयर पीते देखकर लगता है कि चंद पैसों के लिए संचालक संस्कृति को कहां तक गिराएंगे?
अवैध हुक्काबारों में नशे का कारोबार, बेशर्म और गुमराह हो रहे युवा