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आँखे न होने के बावजूद सिविल परीक्षा पास करने वाली - तपस्विनी दास | Tapaswini Das Success Story In Hi
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अगर आंखो के बिना दुनिया का नजरिया करें तो हर तरफ अंधेरा होगा। सब कुछ खाली बेचेन व निराशा से भरी जिंदगी होगी। हमारे पास कुछ होगा तो बस अंधेरा। आज हम जिस सफलता की कहानी का जिक्र करने वाले है उस शख्सियत की कहानी भी कुछ ऐसी है। हम बात कर रहें ओडिशा की रहने वाली तपस्विनी दास की , जिन्होंने महज 7 साल की उम्र में अपनी आंखे गंवा दी थी। मगर कहते है ना “ मंजिल पाने की चाह जहां हो वही राह होती है।” बस इस राह पर चलते हुए तपस्विनी दास ने अपनी मेहनत के दम पर अपनी दुनिया में रोशनी का दिपक जला दिया और 2018 में आयोजि सिविल सर्विस की परीक्षा को पास कर लिया ।
शुरुआती सर्घष
Source images.newindianexpress.com
जब तपस्विनी दास कक्षा - 2 में पढ़ाई कर रही थी तब डॉक्टरों की गलती की वजह से तपस्विनी दास हमेशा के लिए अपनी आंखे खो बैठी। तपस्विनी ने अपने जीवन में हुए इस बड़े हादसे के बाद हार नही मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी। तपस्विनी के अनुसार जीवन में दृढ सकल्प व धेर्य के साथ आगे बढ़ने पर मंजिल जरुर हासिल होती है। अपनी आंखो को कमजोरी न बनाते हुए तपस्विनी आगे बढ़ी और 12 वीं कक्षा में टॉपर्स की लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया और अपनी ग्रेंजुएशन की शिक्षा पूर्ण की ।
ऑडियो रिकॉर्डिंग सुन पास की सिविल सेवा परीक्षा
Source im.indiatimes.in
छोटी सी उम्र में अपनी आंखे गवा चुकी तपस्विनी ने हर समय आगे बढ़ने की ठानी। जब तपस्विनी कक्षा 9 में थी तब पहली बार उनके मन में सिविल परीक्षा की तैयारी करने का विचार आया। तपस्विनी का अब एक ही लक्ष्य था यूपीएसएसी। मगर बाद में उनके विचार बदले और वो ओडिशा सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गई। बिना आंखो के सिविल सर्विस की तैयारी करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी । सब चुनौतियों के बीच तपस्विनी का लक्ष्य रुकना नही आगे बढ़ना था
इस मकसद से उन्होंने किताबों को ऑडियों में बदलवा कर अपनी तैयारी को आगे बढ़ाया। आखिरकार तपस्विनी की मेहनत व रंग लाई और साल 2018 में आयोजित ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा को तेजस्विनी 161 वीं रैंक के साथ पास कर लिया।
Source s.yimg.com
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तपस्विनी ने अपने हौंसलो से कर दिखाया की यदि इंसान के अंदर कुछ करने की चाह हो तो वो कठिन से कठिन चुनौनियों से भी पार पा सकता है।
दोस्तो तपस्विनी की यह सफलता हर उस परिस्थितियों से गुजरे व्यक्ति का हौंसला बढ़ाने वाली है जो अपने जीवन में शारीरिक परेशानियों के चलते जीवन में हार मान चुकें है।
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आँखे न होने के बावजूद सिविल परीक्षा पास करने वाली - तपस्विनी दास | Tapaswini Das Success Story In Hi