दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता ज्योतिराव गोविंदराव फुले की जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि...

 दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता ज्योतिराव गोविंदराव फुले की जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि...

In : National By storytimes About :-6 years ago
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Jyotirao Govindrao Phule

19वीं सदी के महान भारतीय विचारक, समाज सेवी, लेखक, दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता ज्योतिराव गोविंदराव फुले की आज जयंती है। उनका जन्म आज ही के दिन 11 अप्रैल 1827 को हुआ था। उन्हें महात्मा फुले और ज्योतिबा फुले के नाम से जाना जाता है। ज्योतिराव गोविंदराव फुले की जयंती पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया है।

ज्योतिबा फुले की जयंती

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राष्ट्रपति कोविंद ने Twitters कर कहा, 'महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर मैं उनके प्रति अपना समादर प्रकट करता हूं। वे एक आदर्श राष्ट्र-निर्माता थे। सामाजिक सुधार, महिला शिक्षा, और जातिगत पूर्वाग्रह से मुक्त के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।'

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट्स कर कहा, 'महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि (tribute ) अर्पित करता हूं। सामाजिक सुधार पर उनके अग्रणी और कठोर प्रयासों के कारण लोगों को मदद मिली। वे महिलाओं की स्थिति में सुधार और युवाओं के बीच शिक्षा को आगे बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्ध थे।'

महात्मा फुले से जुड़ी खास बातें
-  महात्मा फुले मराठी थे, उन्होंने कुछ समय तक मराठी में अध्ययन किया लेकिन बीच में पढ़ाई छूट गई। बाद में 21 साल की उम्र में अंग्रेजी की 7वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की।
- मराठी समाजसेवी ज्योतिबा फुले ने निचली जातियों के लिए 'दलित' शब्द को गढ़ने का काम किया था।

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साल 1873 के सितंबर में उन्होंने 'सत्य शोधक समाज' नामक संगठन का गठन किया था।
- वे बाल-विवाह के मुखर विरोधी और विधवा-विवाह के पुरजोर समर्थक थे।
- वे ब्राह्मणवाद के विरोधी थे। उन्होंने ही बिना किसी ब्राम्हण-पुरोहित के विवाह-संस्कार शुरू कराया और बाद में इसे बॉम्बे हाईकोर्ट से मान्यता भी दिलाई।

- उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले भी एक समाजसेविका (Social worker ) थीं। उन्हें भारत की पहली महिला अध्यापिका और नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता कहा जाता है।
- अपनी पत्नी के साथ मिल कर उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए साल 1848 में एक स्कूल भी खोला था

दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता ज्योतिराव गोविंदराव फुले की जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि...