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आखिर कैसे हुई मानव उत्पत्ति | Human Origin In Hindi

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आखिर क्या कहते है विज्ञान और धर्म मानव उत्पत्ति पर | Human Evolution History
दोस्तों आपसे कोई सवाल करे की इंसान क्या है? और वो कैसे इस दुनिया में आया और मानव का इतिहास क्या है क्या मानव शुरुआत में बंदर थे। दोस्तों आप इस का सवाल कभी नहीं दे पाएंगे क्योंकि आजतक इस सवाल को लेकर विज्ञान और धर्म भी कोई सटीक जबाब नहीं दे पाये है। इसी मुद्दे को लेकर आज टीवी चैनल्स पर धर्म गुरुओं और विज्ञान की बीच काफी लंबी बहस होती है। धर्म गुरु अपने तरीको से इसकी रचना बताते है व विज्ञान अपने तरीके से आज हम इसी विषय को लेकर जानेंगे की ये लोग मानव उत्पति के बारे क्या कहते है.
विज्ञान के अनुसार मनुष्य जाति का जन्म
विज्ञान ने मानव उत्पत्ति को लेकर कई अधिक गहन आविष्कार किया। जिससे कई सफल परिणाम भी सामने आये। विज्ञान की माने तो इंसान का इतिहास समुंद्र से जुड़ा है। विज्ञान के अनुसार दुनिया में पानी में रहने वाली प्रजातियों का जन्म हुआ था । जैसे मेंढक ,मछली और अन्य समुंद्र में रहने वाले छोटे किट.
धीरे-धीरे समय के चक्र में बदलाव हुआ । जल व थल में जीवन जीने वाले जीव आये और अपना जीवन जीने लगे। जैसे मेढक, केकड़ा आदि । समय के साथ प्रकति और बदलाव आया कभी बाढ़ कभी धरती पे सूखा और इस परिवर्तन से इन जीवो के जीवन का जन्म -मृत्यु चक्कर चल रहा था।
इस दौर में नई प्रजातिया उत्त्पन हुई तो कई बिलकुल ही ख़त्म हो गई और ये कर्म निरंतर चलता रहा और नई प्रजातियो का जन्म हुआ डायनासोर, वानर, चिम्पैंजी, वनमानुष और इन सबके बाद दो पैरो वाले मनुष्य का विकास पृथ्वी पर हुआ।
विज्ञान के सिद्धांत अनुसार उन्होंने बंदर को ही मानव जाति का रचनाकार माना है। समय के साथ उसकी सोच विकसित हुई और वो अपनी शक्ति समझने लगे अपनी भूख को मिटाने लिए पेड़ो से फल और ने सब्जियां खाकर अपनी भूख शांत करने लगे अब बंदर वाली बुद्धि में और विकास होने लगा और धीरे-धीरे ये एक बुद्धिजीवी जीव बन गया।
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धर्म के अनुसार मनुष्य जाति का जन्म
दोस्तों हम धर्म के अनुसार मानव उत्पत्ति के बारे में समझे तो धर्म के अनुसार मानव की उत्पत्ति बंदर से नहीं हुई है । ग्रंथों के अनुसार मानव और बंदर की उत्पत्ति में काफी उत्पत्ति है । धर्म के अनुसार इतिहास के मनुष्य एवं आज के मनुष्य के शारीरिक ढांचे में काफी बदलाव आ गया है। जैसे उसकी लंबाई, उसकी आयु रंग आदि लेकिन जैसा मानव प्राचीन काल में जैसा उसका शरीर दिखता था। उससे मिलता हुआ आज भी दिखता है। जिस प्रकार इस पृथ्वी पर अन्य प्रजातिया आज मिलती है। उसी प्रकार दोस्तों मानव जाति की भी अनेक प्रजातिया है जो आज भी पृथ्वी पर मौजूद है।
Source www.factinate.com
धर्म का मानना है की मानव जाति की रचना संसार में भगवान द्वारा की गई थी। और जो इंसान इस पृथ्वी पर पहली बार आया था । उसी व्यक्ति ने इस पृथ्वी पर मानव जाति को जन्म दिया था। अब इस बात से एक और सवाल सामने आता है की आखिर वो पहला इंसान कौन था?
दोस्तों इस सवाल को हिन्दू धर्म ने सुलझाया भी है। हिन्दू धर्म के मुताबित इस संसार में सबसे पहले जन्म लेने वाली इंसान "मनु" था । और इसी आधार पर इस जाति का नाम मानव पड़ा था।
कौन थे "मनु"
दोस्तों एक पुराणों की कथा के अनुसार "मनु" की रचना खुद भगवान ब्रह्मा ने की थी। इस कथा में बताया गया है की इस संसार के लिए भगवान ब्रह्मा जी दो मनुष्यो का निर्माण किया उसमे एक नर और एक नारी थी । भगवान ब्रह्मा ने जिन लोगो को बनाया था। जो नर था वो मनु था और जो नारी थी उसका नाम "शतरूपा" था ।
दोस्तों "मनु" शब्द का सस्कृत में पर्यायवाची शब्द मनुष्य और अंग्रेजी में मैन (Man) होता है.