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महान स्वतंत्रता सेनानी कमलादेवी चट्टोपाध्याय का 115th जन्मदिन आज
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Kamaladevi Chattopadhyay
कमलादेवी चट्टोपाध्याय एक महान स्वतंत्रता सेनानी थीं। वह एक समाज सुधारक और अभिनेत्री भी थीं। कमलादेवी दो साइलेंट (मूक) फिल्मों में नजर आई थीं। इसमें से एक कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की पहली साइलेंट फिल्म थी। इसका नाथ था ‘मृच्छकटिका (1931)।’ इसके बाद वह ‘तानसेन’ फिल्म में नजर आईं। आजादी के आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी को लेकर महात्मा गांधी को उन्होंने मनाया था और इसके बाद आजादी के आंदोलनों में महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। चट्टोपाध्याय का जन्म 3 अप्रैल 1903 को कर्नाटक के मैंगलोर में हुआ था। आज उनका 115वां जन्मदिन है। कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने महिलाओं के अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता, पर्यावरण के लिए न्याय, राजनीतिक स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों संबंधित गतिविधियों के लिए प्रस्ताव रखा था।
उच्च सम्मान पद्म भूषण
कमलादेवी चट्टोपाध्याय को भारत के उच्च सम्मान पद्म भूषण (1955), पद्म विभूषण (1987) से भी सम्मानित किया गया था। वर्ष 1966 में उन्हें एशियाई हस्तियों एवं संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय काम करने के लिए दिया जाने वाला ‘रेमन मैगसेसे पुरस्कार भी प्रदान किया गया। कमलादेवी ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर कई किताबें लिखीं हैं। उन्होंने ‘द अवेकिंग ऑफ इंडियन वुमन ‘जापान इट्स विकनेस एंड स्ट्रेन्थ, ‘अंकल सैम एम्पायर (Uncle Sam Empire ), ‘इन वार-टॉर्न चाइना और ‘टुवर्ड्स ए नेशनल थिएटर जैसी कई किताबें भी लिखीं।
दिल्ली में मौजूद थिएटर संस्थान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, संगीत नाटक अकादमी, सेंट्रल कॉटेज इंडस्ट्रीज इंपोरियम और क्राफ्ट्स काउंसिल ऑफ इंडिया जैसे संस्थानों को बनाने में उनकी भूमिका अहम रही। कमलादेवी की 2 शादी हुई थीं। उनकी पहली शादी महज 14 साल की उम्र में हुई थी। शादी के 2 साल बाद ही उनके पति का निधन हो गया था। वह पढ़ाई के लिए चेन्नई के क्वीन मेरीज़ कॉलेज में जाती थीं। इसी दौरान उनकी मुलाकात सरोजनी नायडू की छोटी बहन से हुई। इसके बाद उनकी मुलाकात सरोजनी नयाडू के भाई हरेंद्र नाथ चट्टोपाध्याय से हुई। कुछ समय बाद कमलादेवी और हरेंद्र नाथ ने शादी कर ली, हालांकि बाद में उनका और हरेंद्र नाथ का तलाक हो गया था। 29 अक्टूबर 1988 को 85 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था।